असामाजिक तत्वों पर जल्द से जल्द हो कार्यवाही :- वरुण चौधरी


संविधान को लागू होने के 75 साल के बाद भी कहीं रथ पर न चढ़ने देना,कही घोड़ी पर न बैठने देना,महापुरुषों की मूर्तियों को खंडित करना या महापुरुषों पर अभद्र टिप्पणियां करना जैसी घटनाएँ निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ समाज की ताने-बाने को कमजोर करने का काम करती हैं । इस प्रकार की घटनाएं दिल और दिमाग दोनों को व्यथित करती हैं।यह घटना जो हमारे गांव मौली जिला पंचकूला में हुई है इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। 75 सालों से बराबरी का दर्जा संविधान के माध्यम से मिलने के बाद भी ऐसा हो यह दुखदाई होने के साथ चिंताजनक भी है।यह बात सांसद वरुण चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।


सांसद अम्बाला वरूण चौधरी अहमदाबाद (गुजरात) में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित सेशन में थे जब रात उनके संज्ञान में मामला आया की दूल्हे का रथ रोकने व बेटियों के कपड़े फाड़ने जैसी निंदनीय घटना हुई है तो सांसद ने कमिश्नर ऑफ पुलिस पंचकुला, डीसीपी पंचकुला व एसएचओ रायपुररानी को ऐसी निंदनीय घटना को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्त्वों पर एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही के लिए कहा।

सांसद ने सर्वसमाज से भी ऐसे मामलों में आगे आने की अपील कि ताकि कहीं भी इस प्रकार की घटना दोबारा न हो। 

सांसद ने कहा कि इस प्रकार की विचारधारा भारत देश और हरियाणा प्रदेश की एकता और उन्नति में बाधा है। जिस प्रकार से हमारा संविधान हम सब नागरिकों को बहुत से अधिकार देता है जिस में बराबरी का अधिकार भी शामिल है उसी प्रकार हर नागरिक की भी कुछ ज़िम्मेदारिया है जो हम सब को निभानी है।सर्वसमाज संकल्प ले की इस प्रकार की घटना कहीं पर भी दोबारा न हो और कुछ लोगों की ओछी मानसिकता को बदला जाये ताकि समाज में भाई चारा मज़बूत बना रहे । उन्होंने प्रदेश सरकार से भी अपील की इस शर्मनाक और निंदनीय घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों के ख़िलाफ़ जल्द से जल्द कार्यवाही करें और प्रदेश में ऐसा माहौल तैयार करें की दलित समाज भी मान सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन जी सके ।

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