गंगासागर मेले से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को करेंगी दौरा

गंगासागर : गंगासागर मेले का आयोजन इस साल 10 जनवरी से 15 जनवरी तक सागरद्वीप में किया जाएगा। तैयारियों की समीक्षा के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को गंगासागर का दौरा करेंगी। मुख्यमंत्री मूरीगंगा नदी में ड्रेजिंग कार्य का निरीक्षण करेंगी और कपिल मुनि आश्रम भी जाएंगी। उनकी सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। गंगासागर मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस वर्ष प्रयागराज महाकुंभ के चलते, कई श्रद्धालु पहले गंगासागर में स्नान करने के बाद प्रयागराज जाने या वहां से लौटकर गंगासागर आने की योजना बना रहे हैं। इसी कारण, सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है, खासकर अवैध घुसपैठ की आशंका को ध्यान में रखते हुए। जलमार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मेले की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना है। राज्य पुलिस प्रशासन ने नदी मार्गों पर निगरानी तेज कर दी है, क्योंकि सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध घुसपैठ को लेकर चिंता बढ़ रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि बांग्लादेश से किसी भी अवैध प्रवेश को रोका जाए। सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी निगरानी:नबन्ना से मिली रिपोर्ट के अनुसार, राज्य पुलिस प्रशासन ने अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, व्यस्त मेले का फायदा उठाकर अवैध घुसपैठिए जलमार्ग से प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुंदरबन जिला पुलिस प्रशासन को मुख्य सुरक्षा जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुंदरबन जिला पुलिस अधीक्षक कोटेश्वर राव ने कहा, "गंगासागर मेले में कुल 12,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। जलमार्गों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।"

घुसपैठ को लेकर सतर्कता: पिछले साल दिसंबर में मुर्शिदाबाद में बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के दो सदस्यों, अब्बास शेख और मिनारुल शेख की गिरफ्तारी के बाद इलाके में घुसपैठ को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा, नवदा थाना क्षेत्र के दुर्लभपुर से गिरफ्तार साजिबुल इस्लाम के संबंध भी बांग्लादेशी आतंकियों से पाए गए हैं। इन घटनाओं के बाद, पश्चिम बंगाल पुलिस किसी भी तरह के खतरे से बचने के लिए पूरी सतर्कता बरत रही है। पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि धार्मिक आयोजन के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो। सूत्रों के अनुसार, मेले के दौरान श्रद्धालु दो प्रमुख मार्गों से गंगासागर पहुंचते हैं—एक काकद्वीप के लॉट नंबर 8 से और दूसरा नामखाना के चेमागुरी के जरिए। लगभग 150 किलोमीटर में फैली सुंदरबन जलसीमा की कड़ी निगरानी की जा रही है। मेले के दौरान कोस्ट गार्ड और नेवी ने बंगाल की खाड़ी में गश्त बढ़ा दी है। सुंदरबन जिला पुलिस भी फास्ट इंटरसेप्टर बोट्स (FIBs) की मदद से गोबरधनपुर, नामखाना, फ्रेजरगंज, काकद्वीप और सागरद्वीप में तलाशी अभियान चला रही है। मछुआरों की नावों और ट्रॉलरों की जांच की जा रही है। उनके वैध पहचान पत्र और लाइसेंसों को सत्यापित किया जा रहा है। मछुआरों को निर्देश दिया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय में तैयारी: सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कोस्ट गार्ड, नेवी और बीएसएफ के साथ समन्वय किया गया है। मेले के दौरान किसी भी अवैध गतिविधि को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। गंगासागर मेला 10 जनवरी से 15 जनवरी तक चलेगा। इस धार्मिक आयोजन के दौरान अवैध घुसपैठ को रोकना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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