किसान आंदोलन 0.2 का 329 दिन, बड़ा ऐलान
डल्लेवाल के आमरण अनशन 44 दिन से जारी
लोहड़ी को कृषि मार्केटिंग ड्राफ्ट को पूरे देश में फूंका जाएगा
10 जनवरी को अर्थी फूंक प्रदर्शन करेंगे किसान
26 जनवरी को देश भर में ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्वान
बीते साल फरवरी से किसान आंदोलन 2.0 चल रहा है. अंबाला के शंभू और जींद के खनौरी बॉर्डर पर 329 दिन से किसान डटे हुए हैं. लगातार दिल्ली जाने की कोशिशें किसानों ने की.लेकिन वह बॉर्डर पार नहीं कर पाए.
उधर खनाैरी बाॅर्डर पर 44 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती स्थिति को लेकर किसान मोर्चा के सब्र का बांध टूटने लगा है।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने मंगलवार को केंद्र सरकार को चेतावनी दी। कोहाड़ ने कहा कि अगर डल्लेवाल को कुछ हो गया तो केंद्र स्थिति को संभाल नहीं पाएगा। बेहतर है कि समय रहते केंद्र सरकार किसानों की बातों को गंभीरता से सुने और उनकी मांगों को पूरा करे।
वहीं बुधवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने भी ब्यान जारी कर किसान आंदोलन से संबधित आगे का प्लान बताया है। पंधेर ने कहा कि 10 जनवरी को पूरे देश में ग्रामीण स्तर पर मोदी सरकार के पुतले जलाए जाएंगे, ताकि केंद्र सरकार को पता लग जाए कि गांवों के लोग एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर डल्लेवाल के संघर्ष के साथ खड़े हैं। 13 जनवरी को नई खेती नीति के ड्राफ्ट की कॉपियां देशभर में जलाई जाएंगी। 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि संघर्ष की अगली रणनीति की घोषणा दोनों मोर्चों से जल्द ही की जाएगी.
किसानों ने अपनी रणनीति बता दी है पर अब केंद्र सरकार क्या नीति आंदोलन के संबध में अपनाएगी या बातचीत संभव हो पाएगी यह अब भविष्य के गर्व में है पर वर्तमान में आंदोलन जारी है।
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