हिमाचल विश्वविद्यालय में आउटसोर्स कर्मचारियों के 6 दिन के ब्रेक पर भड़का रोष, हपुटवा ने की पुनः बहाली की मांग

शिमला ( 1 अक्टूबर 2025 ): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में विश्वविद्यालय में आउटसोर्स पर कार्यरत कर्मचारियों की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। हपुटवा अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास से मुलाकात करने पहुंचे इन कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक 6 दिनों के ब्रेक पर भेज दिया गया है, जिससे उनमें भारी आक्रोश व्याप्त है।

डॉ. व्यास ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय में करीब 200 आउटसोर्स कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से कई पिछले 8-10 वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी आउटसोर्स कंपनियों का अनुबंध नवीनीकरण होता रहा है, लेकिन सेवाएं लगातार चलती रही थीं। यह पहली बार है जब इस प्रकार का ब्रेक दिया गया है।

हपुटवा अध्यक्ष ने डॉ. नितिन व्यास कहा, "इन कर्मचारियों को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई, बल्कि सीधे सेवाएं समाप्त करने का फरमान सुना दिया गया। त्योहारों के इस समय में इस प्रकार की असमंजस की स्थिति उत्पन्न कर देना कर्मचारियों की पारिवारिक खुशियों पर प्रहार है।"

संघ का कहना है कि विश्वविद्यालय का फैकल्टी हाउस हो या निर्माण विभाग, सभी स्थानों पर कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि आउटसोर्स कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से पुनः बहाल किया जाए।

डॉ. नितिन व्यास ने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षक समुदाय इन कर्मचारियों के साथ खड़ा है और इस संकट की घड़ी में उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगा।


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