आईआईएसएफ 2025 युवाओं में बेहद लोकप्रिय: 10,000 से ज्यादा छात्रों ने हरियाणा में देश के सबसे बड़े विज्ञान महोत्सव का दौरा किया
पंचकूला, 8 दिसंबर 2025: भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2025 का उद्घाटन 6 दिसंबर 2025 को माननीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) डॉ. जितेंद्र सिंह जी ने किया। इस महोत्सव में दस हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जो देश के युवाओं में इसकी अपार लोकप्रियता को दर्शाता है। छात्रों को माननीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह जी के साथ खुले मंच पर विभिन्न विषयों – सामाजिक रूप से लाभकारी नवाचारों, करियर, तथा सरकार की दृष्टि और युवाओं के लिए प्राथमिकताओं – पर संवाद करने का अवसर मिला।
आइआइएसएफ 2025 के आकर्षणों का उद्देश्य जिज्ञासा जगाना और विज्ञान-प्रौद्योगिकी में रुचि बढ़ाना था। एसएंडटी विलेज ने छात्रों को वैज्ञानिकों, तकनीकी विशेषज्ञों एवं नवप्रवर्तकों से जोड़ा तथा वास्तविक दुनिया के विज्ञान से जुड़ने की प्रेरणा दी। साइंस ऑन अ स्फियर एक साइंस-फिक्शन फिल्म जैसा अनुभव था, जिसमें घूमती हुई गोलाकार प्रदर्शनी पर पृथ्वी के जलवायु और प्रक्रियाओं (जैसे तूफान एवं टेक्टोनिक प्लेटों की गति) के हाई-डेफिनिशन दृश्य रियल-टाइम में दिखाए गए। साइंस सफारी बच्चों को एसटीईएम खिलौने, खेल, हैंड्स-ऑन वर्कशॉप और शिक्षक प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से वैज्ञानिक अवधारणाओं की जानकारी देने का अनूठा तरीका था।
सरकार के विज्ञान विभागों एवं मंत्रालयों की प्रदर्शनियां भी खासी प्रभावशाली रहीं। डीएसटी, आईसीएमआर तथा डीबीटी मंडपों में लाइव विज्ञान क्विज़, सीएसआईआर मंडप में लाइव प्रयोग एवं नए उत्पादों (जैसे बाजरे का बर्गर, न्यूट्रास्यूटिकल्स तथा लैवेंडर से बने सौंदर्य प्रसाधन) का प्रदर्शन, सीएसआईआर, आईयूसीएए तथा एनआईएफ मंडपों में आकर्षक तकनीकी प्रदर्शन, खान मंत्रालय के जीएसआई का जीवाश्म प्रदर्शन, तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एनसीपीओआर मंडप में भारत के अंटार्कटिक रिसर्च स्टेशन का वर्चुअल रियलिटी टूर – ये सभी रोज़ सैकड़ों आगंतुकों को आकर्षित कर रहे हैं।
भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 6 से 9 दिसंबर 2025 तक हरियाणा के पंचकूला स्थित दशहरा ग्राउंड में आयोजित हो रहा है। यह भारत के वैज्ञानिक मंत्रालयों एवं विभागों (सीएसआईआर, डीएसटी, डीबीटी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय) द्वारा आयोजित वार्षिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देना तथा विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार में प्रगति के बारे में जन-संपर्क एवं जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।

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